गुवाहाटी, 27 सितंबर 2024: पूर्वोत्तर भारत की सबसे बड़ी सहकारी दुग्ध उत्पादक ब्रांड, पुरबी ने 27 सितंबर को अपनी नई लंबे समय तक टिकने वाली स्वादिष्ट दुग्ध की श्रृंखला का आधिकारिक शुभारंभ किया, जो ब्रांड के भूगोलिक विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह स्वादयुक्त दुग्ध की श्रेणी पुरबी डेयरी, पंजाबारी में हाल ही में उद्घाटित अत्याधुनिक निर्माण शाला में प्रस्तुत की गई है, जिसे असम सरकार के विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित असम कृषि व्यवसाय और ग्रामीण परिवर्तन परियोजना (APART) के तहत विकसित किया गया है।
प्रमुख बुद्धिजीवियों, कलाकारों, खिलाड़ियों, मीडिया प्रतिनिधियों और हितधारकों की उपस्थिति में आयोजित “पुरबी संध्या” नामक एक कार्यक्रम में असम की सहकारिता मंत्री नंदिता गोरलोसा ने पुरबी ब्रांड के तहत तीन नए और रोमांचक बहुविध स्वाद- आम, स्ट्रॉबेरी और केसर का अनावरण किया। इस पहल के साथ, पुरबी पूर्वोत्तर क्षेत्र की पहली सहकारी दुग्ध उत्पादक बन गई है जो स्वादयुक्त दुग्ध का उत्पादन कर रही है। भविष्य में, पुरबी अपने पोर्टफोलियो में और भी नए बहुविध स्वाद जोड़ने की योजना बना रही है।
इस अवसर पर, मंत्री गोरलोसा ने कहा: “आज असम के लोगों के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण दिन है। पुरबी सिर्फ एक ब्रांड नहीं है; यह असमिया लोगों के दिल की पहचान है। हमारे माननीय मुख्यमंत्री, डॉ हिमन्त बिश्व शर्माजी का सपना है कि राज्य के किसानों को सशक्त बनाया जाए। इन नए उत्पादों का शुभारंभ हमें उनके उस दृष्टिकोण को साकार करने में मदद करेगा जिसमें असम में प्रतिदिन 10 लाख लीटर दूध का उत्पादन किया जाए।”
असम सरकार के सहकारिता विभाग के प्रधान सचिव डॉ. कल्याण चक्रवर्ती ने इस अवसर पर टीम पुरबी को बधाई दी।
यह शुभारंभ पुरबी के अंतर्गत असम के दुग्ध उत्पादक सहकारी क्षेत्र की वृद्धि को दर्शाता है और मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिश्व शर्मा के उस लक्ष्य- राज्य के संगठित क्षेत्र में प्रतिदिन 10 लाख लीटर दुग्ध के प्रसंस्करण का अनुरूप है। राज्य में दुग्ध उत्पादन बढ़ने के साथ ही, ऐसे उत्पादों की आवश्यकता बढ़ती जा रही है जिनका शेल्फ-लाइफ लंबा हो और उनमें अतिरिक्त मूल्य हो। पुरबी डेयरी मुख्यमंत्री के इस अभिलाषा को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पश्चिम असम दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ मर्यादित (WAMUL) के अंतर्गत, पुरबी ने असम के हजारों किसानों के जीवन को बदल दिया है। असम सरकार के सहयोग और राष्ट्रीय दुग्ध उत्पादक विकास बोर्ड (NDDB) के मार्गदर्शन में, पुरबी असम का एक विश्वसनीय और प्रिय ब्रांड बन गया है। ‘अब हमारे पास पूर्व असम दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ मर्यादित (EAMUL) भी है, जो इसी परिवर्तन की दिशा में अग्रसर है। इसके अलावा, असम सरकार और NDDB के बीच स्थापित एक संयुक्त उद्यम, उत्तर पूर्व दुग्ध उत्पादक और खाद्य मर्यादित (NEDFL) के साथ पुरबी की यात्रा को और भी तेज़ी मिलने की आशा है,’ उत्तर पूर्व दुग्ध उत्पादक और खाद्य मर्यादित (NEDFL) के प्रबंध निदेशक एस बी बोस ने कहा।
“हम, टीम पुरबी के रूप में, अपने राज्य के लोगों द्वारा दिखाए गए उत्साह, समर्थन और अपनत्व को देखकर उत्साहित हैं। वास्तव में, हमारे उपभोक्ताओं का स्नेह और उनकी उच्च अपेक्षाएं हमें हर समय बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करती हैं,” उन्होंने कहा।
WAMUL के प्रबंध निदेशक एस के परिदा ने कहा: “मार्च 2024 में हमारे सफल आइसक्रीम लॉन्च के बाद, इसकी तेजी से वृद्धि हुई मांग को देखते हुए हम अपने उत्पाद लाइन का और विस्तार करने को लेकर उत्साहित हैं। हम आने वाले दिनों में और भी नई श्रेणी लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। नया पुरबी स्वादयुक्त दुग्ध न केवल स्वादिष्ट और पोषक है, बल्कि देखने में भी आकर्षक है। यह डबल-टोन दुग्ध है, जो असम के दुग्ध उत्पादकों से प्राप्त दुग्ध से बना है और इसे युवा बच्चों और बड़े दोनों को आकर्षित करने के लिए प्रस्तुत किया गया है।”
पुरबी डेयरी का इस बाजार में प्रवेश लंबे समय तक टिकने वाले उत्पाद बनाने की एक रणनीतिक पहल है, जो दुग्ध के उत्पादन में मूल्यवृद्धि करते हुए बाजार में गहरी पैठ और विस्तार की अनुमति देगा। स्वादयुक्त दुग्ध 180मि.ली. पीपी बोतलों में उपलब्ध होगा, जिसकी टिकने की अवधी 5 महीने होगी। इससे इसे बाजार में व्यापक वितरण और उन नए क्षेत्रों तक पहुंचने में मदद मिलेगी जहाँ ताजे उत्पादों तक पहुंचना अब तक संभव नहीं था। यह नया दुग्ध उत्पाद सामान्य तापमान पर संग्रहीत किया जा सकता है और बिना कोल्ड चेन रखरखाव के आसानी से परिवहन किया जा सकता है। इस नए उत्पाद लॉन्च से असम के दुग्ध उत्पादकों के लिए नया बाजार खुलेगा और उनके लिए अतिरिक्त अवसरों का सृजन होगा।
‘पुरबी संधिया’ कार्यक्रम में कई प्रसिद्ध हस्तियों की भागीदारी देखी गई, जिनमें ज़ुबीन गर्ग, डॉ. संजीव नारायण, प्रांजल साइकिया, मृदुला बरुआ, अरुण हज़ारीका, अतुल पासोनी, पद्मनाभ बोरदोलोई, डॉ. हितेश बरुआ, अतुल लहकर, तनुजा चेतिया, टीम शिकार, टीम जॉय हनुमान, टीम भूत जोलोकिया और अन्य शामिल हैं। टीम पुरबी ने सभी प्रतिभागियों के प्रति उनके अभूतपूर्व समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।